डॉक्टर्स की हिम्मत, योग दिवस का अवसर, सबको फ्री वैक्सीन... जानिए पीएम मोदी का संदेश
डॉक्टर्स की हिम्मत, योग दिवस का अवसर, सबको फ्री वैक्सीन... जानिए पीएम मोदी का संदेश
योग दिवस यानी 21 जून से देश में 18 साल से अधिक उम्र वाले सभी लोगों को भारत सरकार द्वारा मुफ्त वैक्सीन देने की घोषणा की गई है. पीएम मोदी ने ऐलान
पिछले कुछ दिनों में ऐलोपैथ-आयुर्वेद को लेकर काफी विवाद देखने को मिला था. ऐसे में पीएम मोदी का योग दिवस के दिन से लोगों के लिए फ्री में वैक्सीनेशन का ऐलान करना, लोगों के लिए एक संदेश देने की कोशिश मानी जा रही है.
योग दिवस यानी 21 जून से देश में 18 साल से अधिक उम्र वाले सभी लोगों को भारत सरकार द्वारा मुफ्त वैक्सीन देने की घोषणा की गई है. पीएम मोदी ने ऐलान किया कि राज्यों से वैक्सीनेशन का काम वापस लिया जाएगा और अब केंद्र सरकार ही ये काम करेगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि अब 18 से 44 साल के आयु वर्ग के लोगों के टीकाकरण के लिए भी राज्यों को टीका मुफ्त में उपलब्ध कराया जाएगा और अगले दो सप्ताह में इससे जुड़े दिशा-निर्देश तय कर लिए जाएंगे.
उन्होंने कहा, 'देश में बन रहे टीके में से 25 प्रतिशत, निजी क्षेत्र के अस्पताल सीधे ले पाएं, ये व्यवस्था जारी रहेगी. निजी अस्पताल, वैक्सीन की निर्धारित कीमत के उपरांत एक डोज पर अधिकतम 150 रुपए ही सेवा शुल्क ले सकेंगे. इसकी निगरानी करने का काम राज्य सरकारों के ही पास रहेगा.'
मोदी ने कई विपक्ष शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बयानों का परोक्ष रूप से हवाला देते हुए यह भी कहा कि टीकाकरण को लेकर राजनीतिक छींटाकशी उचित नहीं है. प्रधानमंत्री ने लोगों का आह्वान किया कि वे कोरोना रोधी टीकाकरण से जुड़ी अफवाहों से बचें और टीकाकरण को लेकर जागरूकता बढ़ाने में मदद करें.
उन्होंने कहा, 'कोरोना की दूसरी लहर से हम भारतवाासियों की लड़ाई जारी है. अनेक देशों की तरह भारत भी बड़ी पीड़ा से गुजरा है. हम में से कई लोगों ने अपने परिजनों, परिचितों को खोया है. ऐसे सभी परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं.'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'बीते 100 वर्षों में आई यह सबसे बड़ी महामारी है. इस तरह की महामारी आधुनिक विश्व ने न देखी थी न अनुभव की थी. इस महामारी के खिलाफ हमारा देश कई मोर्चों पर एक साथ लड़ा है.'
उनके मुताबिक, 'देश में एक नयी स्वास्थ्य अवसरंचना तैयार की गई. अप्रैल और मई में ऑक्सीजन की मांग अकल्पनीय रूप से बढ़ गई थी. भारत के इतिहास में कभी इतनी मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत महसूस नहीं की गई थी. इस जरूरत को पूरा करने के लिए सरकार के सभी तंत्र लगे.'
उन्होंने कहा कि हमारे देश ने, वैज्ञानिकों ने ये दिखा दिया कि भारत बड़े-बड़े देशों से पीछे नहीं है. आज जब मैं आपसे बात कर रहा हूं तो देश में 23 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की डोज दी जा चुकी हैं.