सूर्य ग्रह का सिंह राशि में गोचर जानें : विभिन्न राशियों पर प्रभाव एवं उपाय---🙏🏻🌹

सूर्य ग्रह का सिंह राशि में गोचर जानें : विभिन्न राशियों पर प्रभाव एवं उपाय---🙏🏻.......

 🌻🙏🏻सूर्य ग्रह का सिंह राशि में गोचर जानें :  विभिन्न राशियों पर प्रभाव एवं उपाय---🙏🏻🌹


♦️♦️सूर्य को आमतौर पर रवि या अंग्रेजी में सन के रूप में जाना जाता है और इसे कुछ एक मुद्दों पर हानिकारक माना जाता है। यह सिंह राशि के स्वामी हैं। जहाँ सूर्य मेष राशि में उच्च का होता है वहीं तुला राशि में नीच का होता है। इसे आत्मकारक कहा जाता है, जो एक संस्कृत शब्द है, जो दो शब्दों अर्थात आत्मा और कारक का संयोजन है, जिसका अर्थ क्रमशः आत्मा और सूचक है। सूर्य के बिना जीवन के बारे में सोचना भी मुमकिन नहीं है। सूर्य ग्रह न केवल पिता तुल्य है बल्कि लोगों के मन में अहंकार, मान, पद, लोकप्रियता आदि का कारक भी माना गया है। यह मंदिरों और अन्य पवित्र स्थानों के साथ हमारे संबंधों को भी नियंत्रित करता है।


♦️♦️सूर्य तीसरे, छठे और ग्यारहवें भाव में शुभ परिणाम देता है लेकिन जबकि दसवें भाव में स्थित होने पर यह सबसे ज्यादा मजबूत माना गया है। जिस व्यक्ति की कुंडली में सूर्य शुभ स्थिति में मौजूद होता है उन्हें जीवन शक्ति, प्रतिरोध की शक्ति, मजबूत प्रतिरक्षा आदि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके अलावा यह बुद्धि, प्रतिभा, सांसारिक मामलों में सफलता, प्रफुल्लता आदि भी प्रदान करता है। वहीं जिन व्यक्तियों की कुंडली में सूर्य अनुकूल स्थिति में न हो तो यह रक्तचाप, अपच, हैजा आदि समस्याएं पैदा करता है। इसके अलावा, ऐसे जातकों को आर्थिक चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है।


♦️♦️सूर्य के दुष्प्रभाव को दूर करने के उपाय


शुक्ल पक्ष के रविवार के दिन सोने में जड़ित माणिक को अनामिका अंगुली में धारण करें।


सूर्य की कृपा पाने के लिए एक मुखी रुद्राक्ष धारण करें।


प्रतिदिन प्रातः काल भगवान सूर्य को जल अर्पित करें।


प्रतिदिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।


पिता का पूरा ख्याल रखें और सेवा करें।


ध्यान रहे: कोई भी उपाय करने या अपनाने से पहले किसी विद्वान ज्योतिषी से इस बारे में सलाह मशविरा अवश्य कर लें।


👉सूर्य गोचर अगस्त 2021: समय 

सूर्य देव 17 अगस्त 2021, मंगलवार को सिंह राशि में गोचर कर चुके हैं जो यहाँ 17 सितंबर 2021, शुक्रवार  इसी राशि में स्थित रहेंगे और फिर अपना पुनः गोचर करते हुए, कन्या राशि में विराजमान हो जाएंगे।


🌺🌺विभिन्न राशियों पर प्रभाव--


💥मेष राशिफल

ग्रहों के राजा सूर्य, आपकी राशि के पंचम भाव के स्वामी होते हैं और इस गोचर के दौरान वो आपकी राशि के पंचम भाव में ही विराजमान होंगे। यह भाव संतान, प्रेम, शिक्षा, पद, प्रतिष्ठा आदि का होता है। सूर्य के इस भाव में गोचर के दौरान आपको अपना खोया आत्मविश्वास वापस मिलेगा, जिससे आपकी महत्वाकांक्षाओं में वृद्धि होगी। इस दौरान आप अपनी इच्छाओं पर ध्यान देते हुए, अपने आसपास के लोगों से सराहना प्राप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।

आर्थिक पक्ष के लिहाज से भी, अवधि विशेष अच्छी रहेगी। क्योंकि इस दौरान नौकरीपेशा जातकों के साथ-साथ व्यापारियों की भी, आमदनी में बढ़ोतरी होगी। ये समय उन्हें एक से अधिक स्रोतों से, कमाई करने के योग भी दर्शा रहा है।

कुल मिलाकर कहें तो, सूर्य के गोचरकल की ये अवधि मेष राशि के जातकों के लिए विशेष अनुकूल रहेगी। हालांकि आपको अपने खान-पान के प्रति सावधानी बरतने की भी जरूरत होगी। क्योंकि यह समय आपको कुछ एसिडिटी या गैस से जुड़ी, समस्या दे सकता है।


👉उपाय- प्रतिदिन सुबह सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करें।


💥वृषभ राशिफल

सूर्य वृषभ राशि के चतुर्थ भाव के स्वामी होकर, अपने इस गोचर के दौरान आपके चतुर्थ भाव में ही प्रस्थान करने वाले हैं। यह भाव आपके सुख, माता, वाहन, भूमि, आवास आदि का होता है। सूर्य देव का आपके चतुर्थ भाव में होना, आपके उत्साह में वृद्धि करेगा। इससे आप अपने सभी कार्यों में खुशी और संतुष्टि की तलाश करेंगे। आप इस दौरान अत्यधिक जागरूक भी होंगे, जिससे आपके निर्णय लेने की क्षमता का विकास होगा। आप अपने अच्छे कार्यों से समाज में अपनी एक अलग पहचान बनाने और प्रतिष्ठा हासिल करने की दिशा में भी, इस दौरान कार्यरत होंगे।


पारिवारिक जीवन में आपकी मां किसी कारणवश, आपके ऊपर हावी हो सकती हैं। इससे घर पर कुछ अशांति का वातावरण भी बनने की आशंका है। हालांकि बावजूद इसके, घर पर कोई बड़ा झगड़ा या विवाद होने की आशंका न के बराबर ही रहेगी। यह समय आपकी मां को रक्तचाप या पेट से संबंधित कोई छोटी-मोटी समस्या भी दे सकता है, ऐसे में उनका ध्यान रखें।

वो जातक जो किसी संपत्ति या ज़मीन में निवेश करने की योजना बना रहे थे, उनके लिए समय अनुकूल है। क्योंकि इस दौरान आप सभी सौदों को, अपने हक में करने में सक्षम होंगे। साथ ही यह समय आपको वाहन खरीदारी के योग भी दर्शा रहा है। व्यापारी जातकों के लिए समय उत्तम होगा, क्योंकि आप अपने उत्पादकों से अच्छा लाभ अर्जित करने में सफल रहेंगे।


👉उपाय- रोज़ाना अदरक का सेवन करें।


💥मिथुन राशिफल

बुध के स्वामित्व वाली मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य उनके तृतीय भाव के स्वामी होते है, और अब अपने इस गोचर के दौरान वो अपने ही भाव में विराजमान होंगे। राशि के तृतीय भाव से छोटे भाई-बहन, संबंधी, लेखन आदि का विचार किया जाता है। इस राशि के जातकों को इस दौरान अपने साहस और आत्मशक्ति में वृद्धि मिलेगी, साथ ही आप इस दौरान बेहद ऊर्जावान होंगे, जिसके कारण कई कार्यों को गति के साथ समय से पहले ही पूरा करने में सक्षम होंगे। परिवार में भी आपको अपने भाई बहनों और दोस्तों से, अपने प्रयासों के अनुसार अच्छा सहयोग मिलेगा। इस कारण आप दोस्तों और करीबियों के साथ, किसी छोटी रोमांचक यात्रा या लंबी ड्राइव पर जाने का फैसला भी ले सकते हैं।


स्वास्थ्य के लिहाज से, आप खुद को शारीरिक रूप से फिट रखने के लिए भी कई प्रयास करते दिखाई देंगे। इसके लिए आप कुछ व्यायाम, योगाभ्यास या ज़िम भी करने का फैसला ले सकते हैं। आपके पिता के साथ आपके संबंध बेहतर होंगे और वे आपके अच्छे काम की जमकर सराहना करेंगे। छात्रों की बात करें तो, छात्र अपने लेखन कौशल में इस गोचरकाल के दौरान अपना प्रदर्शन बेहतर दे सकेंगे। जिससे उन्हें अपने सभी प्रोजेक्टों को, समय पर पूरा करने में मदद मिलेगी।


👉उपाय- प्रतिदिन सुबह 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करें।


💥कर्क राशिफल

कर्क राशि के जातकों के द्वितीय भाव के स्वामी सूर्य, अपने गोचर के दौरान आपके द्वितीय भाव में ही प्रस्थान करेंगे। इस भाव से आपकी वाणी, संपत्ति, परिवार, भोजन, कल्पना आदि के बारे में पता चलता है। सूर्य का यह गोचर कर्क राशि के लोगों को, अधिक संवेदनशील और परिष्कृत बनाएगा। इस समय आपको वाणी में ज़रूरत से ज्यादा स्पष्टता देखी जाएगी, और आप अपने करीबी लोगों को न चाहते हुए भी कुछ आहत कर सकते हैं।


यह समय आपकी नैतिक क्षमता में वृद्धि लेकर आएगा, जिसके परिणामस्वरूप आप हर कार्य को करने से पहले उसके बारे में पुनः विचार करते दिखाई देंगे। जो लोग पारिवारिक व्यवसाय से जुड़े हैं, उनके लिए समय अनुकूल होगा। क्योंकि इस दौरान आपके रचनात्मक विचारों में वृद्धि होगी, जिससे आप व्यवसाय में सफलता की नई ऊंचाइयां छूने में पूरी तरह सक्षम होंगे।


👉उपाय- आदित्य हृदय स्तोत्र का प्रतिदिन पाठ करें।


💥सिंह राशिफल

सूर्य के स्वामित्व वाली सिंह राशि में, सूर्य देव का गोचर अपने स्वंय के प्रथम भाव यानि आपके लग्न भाव में होगा। लग्न भाव से आपके व्यक्तित्व, स्वास्थ्य, चरित्र, बुद्धि और सौभाग्य के बारे में विचार किया जाता है। सूर्य गोचर के फलस्वरूप आपकी ऊर्जा और आत्मविश्वास में गजब की वृद्धि होगी। इस अवधि में आप हमेशा खुश और संतुष्ट दिखाई देंगे। साथ ही यह समय आपको अपने शरीर और फिटनेस के प्रति भी, अधिक सचेत करेगा और आप कोई भी जोखिम लेने में ज़रा भी संकोच नहीं करेंगे। उन लोगों के लिए अवधि विशेष उत्तम रहेगी, जो व्यवसाय से जुड़े हैं। क्योंकि उन्हें स्वयं पर गर्व की अनुभूति होगी, जिससे वो अपने सभी उत्पादक से जुड़े सौदों में सफलता अर्जित करने में सक्षम होंगे।

वहीं वो लोग जो सरकारी नौकरी में है या सरकारी नौकरी के लिए परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए समय उत्तम रहेगा। हालांकि शादीशुदा जातकों के लिए समय थोड़ा कष्टदायक रहने वाला है, क्योंकि इस दौरान आपका अपने जीवनसाथी के साथ कुछ टकराव या मतभेद की स्थिति उत्पन्न होने की आशंका है। साथ ही इस समय आप अपने साथी की भावनाओं को समझने में असमर्थ होंगे, जिससे आपके स्वभाव में उनके प्रति कुछ कठोरता देखी जाएगी। इससे जीवन साथी से आपको सहयोग नहीं मिल सकेगा। ऐसे मैं आपको जीवन साथी से अपने संबंध बेहतर करने के लिए अपने दृष्टिकोण में विनम्रता लेकर आने की सलाह दी जाती है। साथ ही ये समय आपके जीवन साथी को कुछ स्वास्थ्य हानि भी देगा, ऐसे में उनका ध्यान रखें।


👉उपाय- गाय को गेहूं के आटे से बनी रोटियाँ खिलाएं।


💥कन्या राशिफल

कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य उनके द्वादश भाव के स्वामी होते है, और अपने इस गोचर के दौरान वो अपने स्वंय के द्वादश भाव में ही विराजमान होंगे। इस भाव से विदेश, व्यय, दान आदि के बारे में विचार किया जाता है। यह गोचर आपको अपनी छवि को लेकर थोड़ा संवेदनशील बनाएगा, जिससे आप अपने कार्यों को करते समय नियम-क़ानूनों का सख्ती से पालन करेंगे।

वो जातक जो विदेशों से जुड़ा व्यवसाय करते हैं, उनके लिए समय अनुकूल होगा। क्योंकि इस समय आप बाजार की मांग और उत्पादकता के तालमेल को, भली-भांति समझने में सक्षम होंगे। यात्रा सेवाओं या मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत लोगों के लिए भी, समय शुभ होगा। साथ ही आपको इस दौरान कार्य क्षेत्र से संबंधित, कुछ यात्राएं करने का अवसर मिलेगा। जिससे कार्यस्थल पर आपकी उन्नति होने के साथ-साथ, आपको लाभ मिलना संभव है।


👉उपाय- घर से बाहर जाते समय, अपनी जेब या बटुए में एक लाल रूमाल रखें।


💥तुला राशिफल

शुक्र की स्वामित्व वाली तुला राशि के जातकों के लाभ भाव यानि एकादश भाव के स्वामी सूर्य देव, अपना गोचर करते हुए अपने स्वंय के भाव में ही विराजमान होंगे। राशि के एकादश भाव से आपकी कामनाओं, बड़े भाई-बहन. इच्छाओं के बारे में भी विचार किया जाता है। इस गोचर के दौरान आप साहसी और आत्मविश्वास होंगे। आपके स्वभाव में भी सहजता देखी जाएगी, जिससे आप कुछ आत्म-केंद्रित और भौतिकवाद भी हो सकते हैं। आपके विरोधी सक्रिय तो होंगे, परंतु आप अपनी मेहनत से उनको परास्त करने और उन पर विजय हासिल करने में सक्षम होंगे।

आर्थिक जीवन बेहतर होगा, खासतौर से नौकरी पेशा जातकों के लिए गोचरकाल की यह अवधि उनकी वेतन वृद्धि के योग दर्शा रही हैं। व्यापारी भी अच्छा मुनाफ़ा अर्जित कर सकेंगे, जिससे उनकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। साथ ही यदि आप अपना काम शुरू करने की योजना बना रहे हैं, तो यह समय आपके लिए सामान्य से अधिक अनुकूल रहने वाला है। क्योंकि इस दौरान आपके द्वारा किए गए हर निवेश और प्रयासों में, आपको अधिक मुनाफ़ा अर्जित करने में सफलता मिलेगी।


👉उपाय- अपने पिता का सम्मान करें और घर से निकलने से पहले, उनका आशीर्वाद ज़रूर लें।


💥वृश्चिक राशिफल

सूर्य देव आपके दशम भाव के स्वामी होकर, इस गोचर के दौरान आपकी राशि के दशम भाव में ही विराजमान होंगे। इस भाव से व्यवसाय, कार्यक्षेेत्र, सत्ता, सम्मान आदि के बारे में विचार किया जाता है। यह गोचर आपको साहसी बनाएगा, जो आपके स्वभाव में साफ़ दिखाई देगा।


कार्यक्षेत्र की बात करें तो अपने काम को लेकर आपकी गंभीरता के कारण, आपके अधिकारी आप पर अधिक भरोसा करेंगे। जिससे आपको हर कार्य में आसानी से सफलता मिल सकेगी। साथ ही आप अपने लक्ष्यों को पूरा करने में बेहद ऊर्जावान होंगे और इससे आपको कार्यस्थल पर सही प्रशंसा व पदोन्नति मिल सकती है। यदि आप किसी प्रशासनिक पद या सरकारी सेवा से जुड़े हैं तो भी, ये समय आपके लिए सफलता लेकर आ रहा है।


👉उपाय- रविवार के दिन मंदिर में 1.25 मीटर लाल कपड़े का दान करें।


💥धनु राशिफल

धनु राशि के जातकों के नवम भाव के स्वामी सूर्य, अपने इस गोचर के दौरान स्वंय के नवम भाव में विराजमान होंगे। इस भाव से भाग्य, धर्म, लंबी यात्रा आदि के बारे में विचार किया जाता है। सूर्य के सिंह राशि में गोचर के दौरान आपके साहस में वृद्धि तो होगी, लेकिन कई बार आप अपने विचारों को लेकर अधिक स्पष्ट होंगे, जो दूसरों को नाटकीय या झूठा प्रतीत हो सकता है। इस समय आप दूसरों द्वारा खुद पर हावी या नियंत्रण करना पसंद नहीं करेंगे। हालांकि ये गोचर आपके जीवन के विभिन्न पहलुओं को अलग-अलग रंगों से भर देगा, जिससे आपके स्वभाव में सकारात्मकता दिखाई देगी।


यह समय धार्मिक कार्यों के प्रति आपका रुझान बढ़ाएगा और आप कई सामाजिक गतिविधियों में भाग लेते हुए, कुछ दान-पुणे के कार्य कर सकते हैं। कुछ जातक आत्मशांति और स्वयं में प्रबलता लाने के लिए, किसी तीर्थ यात्रा पर जाने की योजना भी बना सकते हैं।


👉उपाय- रविवार को मंदिर में अनार का दान करें।


💥मकर राशिफल

मकर राशि के जातकों के अष्टम भाव के स्वामी सूर्य, अपने इस गोचर के दौरान स्वंय के अष्टम भाव में ही विराजमान होंगे। यह भाव आयुर भाव भी कहलाता है और इससे आपके जीवन में आने वाली परेशानियों, चिंता, रुकावटों, शत्रु आदि के बारे में विचार किया जाता है। सूर्य का यह गोचर आपके स्वभाव में गजब का आकर्षण लेकर आएगा। साथ ही आप अपनी पर्सनैलिटी में सुधार करने में सफल होंगे।


आपका अपनी वाणी पर अच्छा नियंत्रण होगा। ऐसे में आप तभी बोलेंगे जब आप उससे जुड़े विषयों से भली-भांति वाक़िफ़ हो, अन्यथा आप एक अच्छा श्रोता बनना ही ज्यादा पसंद करेंगे। सामाजिक रुप से भी आपकी सक्रियता बढ़ेगी और लोगों को आपके आसपास रहना पसंद आएगा। अलग-अलग विषयों पर ज्ञान लेने की आपकी आदत, आपको सफलता देने का कार्य करेगी।


👉उपाय- बंदरों को केले खिलाएं।


💥कुंभ राशिफल

कुंभ राशि के जातकों के सप्तम भाव के स्वामी सूर्य, इस गोचर के दौरान अपने स्वंय के सप्तम भाव को ही सक्रिय करेंगे। इस भाव से आपके जीवनसाथी और जीवन में होने वाली साझेदारियों के बारे में पता चलता है। इस गोचकाल के दौरान आपको मिश्रित परिणामों की प्राप्ति होगी। आप अपने कार्यों में साहसी होंगे और कोई भी जोखिम लेने से नहीं कतराएंगे।


हालांकि शादीशुदा लोगों के लिए अवधि थोड़ी प्रतिकूल रहेगी, क्योंकि संभव है कि आपका अपने जीवन साथी के साथ अहम का टकराव हो। जिसका नकारात्मक असर साफ़ तौर पर आपके दांपत्य जीवन पर पड़ेगा और इससे आप दोनों के विचारों में मतभेद की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में आपको अपने संबंधों को बेहतर करने के लिए, खुद को शांत रखने की सबसे अधिक आवश्यकता होगी। इसके साथ ही आप जीवन साथी के साथ अपनी हर ग़लतफहमी को दूर करने के लिए, किसी छोटी यात्रा या डिनर पर भी जा सकते हैं।


👉उपाय- विशेषरूप से रविवार के दिन, गाय को गुड़ खिलाएं।


💥मीन राशिफल

सूर्य ग्रह आपके षष्ठम भाव के स्वामी होकर, इस गोचर के दौरान आपकी राशि से अपने षष्ठम भाव में ही विराजमान होंगे। यह भाव अरि भाव के नाम से भी जाना जाता है और इससे आपके शत्रु, रोग, मातृ पक्ष के लोग आदि के बारे में विचार किया जाता है। सूर्य का सिंह राशि में गोचर मीन वाले जातकों के स्वास्थ्य जीवन के लिए, सबसे अधिक अनुकूल रहने वाला है। क्योंकि इस समय आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होगी और आप शारीरिक रूप से भी खुद को बेहतर पाएंगे। हालांकि बावजूद इसके आपको अपने खान-पान पर ध्यान देते हुए, ऐसा कुछ भी खाने से बचना होगा जिससे आपको एसिडिटी की समस्या हो।

👉उपाय- रविवार के दिन, मंदिर में गुड़ और काले भुने चने का दान करें।


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