आखिर क्या ‘वुहान लैब लीक’ थ्योरी, जिस पर पूरी दुनिया में छिड़ी है बहस? जानिए शुरू से आखिर तक पूरी कहा

 

आखिर क्या ‘वुहान लैब लीक’ थ्योरी, जिस पर पूरी दुनिया में छिड़ी है बहस? जानिए शुरू से आखिर तक पूरी कहा


कोरोना उत्पत्ति (Corona Origin) के मामले में ‘वुहान लैब लीक’ थ्योरी (Wuhan Lab Leak Theory) खासतौर पर मीडिया का ध्यान अपनी ओर खींच रही है क्योंकि जिन वैज्ञानिकों को इस थ्योरी पर संदेह था वो भी अब इसे संभव मान रहे हैं. दूसरी ओर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) ने अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को 19 दिनों के भीतर कोविड-19 (Covid-19) की उत्पत्ति का पता लगाने के अपने प्रयासों को तेज करने के लिए कहा है. आइए आपको ‘वुहान लैब लीक’ थ्योरी के बारे में कुछ अहम बातें बताते हैं.

1. वुहान लैब लीक थ्योरी क्या है?

वुहान लैब लीक थ्योरी दरअसल यह है कि चीन ने कोरोनावायरस को वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में बनाया. यह वैज्ञानिक प्रयोगशाला चीन के वुहान शहर में स्थित है और कथित तौर पर अपनी मिलिट्री रिसर्च के लिए जानी जाती है. इसके बाद चीन ने यह दिखाने की कोशिश की कि चमगादड़ से ही कोरोनावायरस विकसित हुआ है.

वुहान की लैब के कई कर्मचारियों ने नवंबर 2019 में कोविड-19 लक्षणों की पुष्टि की थी लेकिन ये मामले चीन में दर्ज नहीं किए गए. जबकि चीन ने अपना पहला कोविड-19 का मामला एक महीने बाद दिसंबर 2019 में दर्ज किया था.

2. लैब लीक थ्योरी लोगों का ध्यान क्यों आकर्षित कर रही है?

चीनी अधिकारियों ने वुहान वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में उचित जांच की अनुमति नहीं दी है. चीन ने भी कोरोनावायरस की उत्पत्ति के संबंध में कुछ विसंगतियों के बारे में जानकारी नहीं दी है. असली कहानी यह थी कि वायरस वुहान की एक सुपरमार्केट में एक जानवर से इंसान में फैला था लेकिन वुहान में कोविड-19 के शुरुआती मामलों में से ज्यादातर का संबंध फूड मार्केट से नहीं था.

वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी लैब लीक थ्योरी को असंभव माना है. यह भी ध्यान रखना चाहिए कि स्वतंत्र पत्रकारों और ब्लॉगर्स को वुहान में रिपोर्टिंग के लिए हिरासत में लिया गया था, जो चीन के कार्यों को और भी संदेहपूर्ण बना देता है.

बता दें कि चीनी डॉक्टर ली वेनलियांग ने एक चैट ग्रुप में साथी डॉक्टरों को कोरोनावायरस के बारे में चेतावनी भेजी थी. उन्हें चीन के सार्वजनिक सुरक्षा ब्यूरो द्वारा तलब किया गया था, जहां उन पर ‘झूठी टिप्पणी करने’ का आरोप लगाया गया था जिसके चलते ‘सामाजिक व्यवस्था गंभीर रूप से परेशान हुई.’ उस समय डॉ. ली पर पुलिस ने ‘अफवाह फैलाने’ का आरोप लगाया था.

बाद में स्थानीय अधिकारियों ने उनसे माफी मांगी थी. इन सब चीजों को ध्यान में रखते हुए, वायरस की उत्पत्ति की पुष्टि की जानी अभी बाकी है लेकिन कई डॉक्टर और वैज्ञानिक जिन्होंने पहले इस सिद्धांत को खारिज किया था, अब इसे संभव मान रहे हैं.

3. वुहान लैब लीक थ्योरी को क्यों खारिज किया गया?

चीनी अधिकारी अभी भी इस बात पर जोर दे रहे हैं कि वायरस जानवर से इंसानों में फैला. अमेरिकी सीनेटर टॉम कॉटन ने चीन के दावों की आलोचना की थी. कॉटन ने दावा किया कि चीन ने इस वायरस को जैविक आतंकवाद के रूप में जानबूझकर जारी किया था. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस सिद्धांत का समर्थन किया और अक्सर कोरोनावायरस के लिए ‘चाइना वायरस’ शब्द का इस्तेमाल किया.

मीडिया ने इस सिद्धांत को हाइलाइट नहीं किया. हालांकि सीनेटर कॉटन ने ठोस सबूत के साथ अपना तर्क दिया. यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि चीन विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख कोषदाताओं में शामिल है. यह सवाल भी किया गया था कि क्या डब्ल्यूएचओ के प्रमुख डॉ. टेड्रोस ने इस वजह से लैब लीक थ्योरी को खारिज कर दिया था?

उस समय जिन वैज्ञानिकों ने लैब लीक थ्योरी को खारिज किया, वो ज्यादा चर्चा में आए और जिन्होंने इसे सही माना उन्हें कम आकर्षण मिला. यही कारण है कि इस सिद्धांत को मूल रूप से खारिज कर दिया गया था.

4. आपको वुहान लैब लीक थ्योरी की परवाह क्यों करनी चाहिए?

यह पता लगाना कि लैब लीक थ्योरी सही है या गलत, वास्तव में कोविड के खिलाफ लड़ाई में मदद नहीं करेगा जिसका भारत सहित कई देश अभी भी सामना कर रहे हैं लेकिन कोरोनावायरस की उत्पत्ति को समझना कई कारणों से अहम है. अगर वुहान लैब लीक थ्योरी सही है और अगर कोरोनावायरस लैब में पैदा हुआ है, तो विशेषज्ञ इस जानकारी का इस्तेमाल बेहतर इलाज और तेजी से वैक्सीन के विकास के लिए कर सकते हैं.

इसके अलावा अगर यह सिद्धांत सही है तो न केवल चीन में, बल्कि दुनिया भर में सुरक्षित वैज्ञानिक प्रयोगशाला पद्धतियां बनाई और कार्यान्वित की जा सकती हैं. आखिर में अगर यह सिद्धांत सही है तो यह पुष्टि करेगा कि चीन ने जानबूझकर कोरोनावायरस उत्पत्ति के बारे में झूठ बोला था. यह चीन के विदेशी संबंधों को महत्वपूर्ण रूप से बदल सकता है और प्रभावित कर सकता है.